मनोरंजन और ज्ञान का शायद सबसे बड़े स्रोत के रूप में उभरा youtube क्या सचमुच सिर्फ मनोरंजन और gyan के लिए है या इसके पीछे कुछ और बड़ी शक्तियां किसी और उद्देश्य को लेकर काम क्र रही हैं !
सच्चाई तो यह है, यूट्यूब के बहुत सारे कंटेंट प्रोडक्ट या पर्सनल मार्केटिंग को ध्यान में रखते हुए बनाये जा रहे हैं ।
यह सर्व विदित तथ्य है कि यूट्यूब गूगल के बाद सबसे बड़ा सर्च इंजन हो चुका है, साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो साझा करने का प्लेटफार्म बन चुका है । रोज़ अरबों करोड़ो लोग यूट्यूब पर विजिट कर कुछ न कुछ कंटेंट देखते हैं ।
अब जहाँ इतने लोगों का आवागमन हो, वो जगह मार्केटिंग के लिए सबसे उपयुक्त होगी कि नहीं ।
इसकी तुलना करें दुनियाँ के एक बहुत बड़े मॉल से , जहां लाखों करोड़ों लोग कुछ न कुछ देखने, ढूंढने, मनोरंजन हेतु आते हैं, उस जगह अपनी प्रोडक्ट की मार्केटिंग कौन नहीं करना चाहेगा ?
वैसे ही यूट्यूब पर कंटेंट के साथ वीडियो एडवर्टिजमेंट के रूप में, अमेज़न लिंक के रूप में, प्रोडक्ट के डायरेक्ट / इनडाइरेक्ट रिव्यु के रूप में और भी तरह तरह के तरीकों से प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग की जा रही है ।
अगर मैं कहूँ की 80–90% कंटेंट्स में कुछ न कुछ मार्केटिंग छुपी हुई है तो ये गलत न होगा ।
इसके अलावा राजनीतिक और धार्मिक मार्केटिंग भी यहाँ खूब चल रही है । आपको एक पार्टी या धर्म के प्रति अच्छी बातें मज़ेदार तरीके से या न्यूज़ के रूप में दिखाई जाएगी और आपके अंतः मन में उस दल या धर्म के प्रति अच्छे या बुरे बीज बो दिए जाएंगे । ये एक्यूट मार्केटिंग ही तो है ।
संक्षेप में यूट्यूब मार्केटिंग का बहुत बड़ा जरिया बन चुका है ।
आपकी इस पर क्या राय है, कमेंट्स सेक्शन में ज़रूर बताएं ।
इमेज स्रोत गूगल
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