सिर्फ पैसा ही वजह नहीं है ।
टैक्स सिस्टम और सिक्योरिटी ….
मेरे बड़े भाई और उनका परिवार कुछ 15 साल पहले अमेरिका में बस गए, वहीं उनका जॉब है और बच्चे भी वहीं बड़े हुए ।
कुछ समय पहले भाभी ने बताया कि भैया के रिटायरमेंट के बाद, (जो कि प्राइवेट नौकरी में हैं) न सिर्फ भैया को बल्कि भाभी (जो कि हाउसवाइफ हैं) को भी पेंशन मिलेगी । जो शायद लास्ट ड्रान सैलरी की 60% होती है ।
मैं ताज्जुब में रह गया । मुझे 17 साल हो गए प्राइवेट जॉब करते, हम भारतवासी कुछ नहीं तो सब मिलाकर, अपनी सैलरी का 50% हिस्सा टैक्स के रूप में दे देते हैं । इस हिसाब से मैं अब तक लाखों रुपये टैक्स में जमा कर चुका होऊंगा ।
पर खुदा न खास्ता, मेरे जैसे किसी प्राइवेट कर्मचारी की नौकरी चली जाए, तो वो दर-दर भटकने को मजबूर हो जाता है । कोई पुराना दिया टैक्स उसके कोई काम नहीं आता ।
और अगर ऐसा न भी हो तो रिटायरमेंट के बाद इस प्राइवेट कर्म opचारी को पूछने सरकार की कोई स्कीम नहीं आती। बेचारी गृहस्थी की मालकिन, हाउसवाइफ की तो बात ही छोड़ दें ।
तो मेरा मानना है, की ज़िंदगी और भविष्य की सिक्योरिटी एक बहुत बड़ी वजह है, जिसके कारण लोग पलायन करने चाहते हैं । ये सेक्युरिटी बाहर है, पर हमारे देश में नहीं है ।
साथ ही वर्क लाइफ बैलेंस की बात करें, तो यूरोपियन और अमेरिकन कन्ट्रीज में ये बहुत ज़्यादा है, भारत में एम्प्लाइज का शोषण बहुत ज़्यादा है । चाहे वो वर्किंग ऑवर हों या छुट्टियां ।
No comments:
Post a Comment